आईआईटी बॉम्बे ने दृष्टिबाधित छात्रों के लिए सुविधा स्थापित की
आईआईटी बॉम्बे ने दृष्टिबाधित छात्रों के लिए आईआईटी बॉम्बे में सेंट्रल लाइब्रेरी में नई सुविधा स्थापित की। इस सुविधा का उद्घाटन 4 जनवरी, 2017 को आईआईटी बॉम्बे के निदेशक प्रोफेसर देवांग खाखर द्वारा किया गया था। यह सुविधा दृष्टिबाधित छात्रों को शिक्षा या अनुसंधान के लिए सशक्त बनाने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से स्थापित की गई थी।
आईआईटी बॉम्बे ने आधुनिक सहायता और उपकरण खरीदे हैं
“यह सामाजिक समावेशन की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। मैं पुस्तकालय अधिकारियों से नई तकनीक और बेहतर सॉफ्टवेयर संस्करणों पर नजर रखने का आग्रह करता हूं। हम भविष्य में प्रत्येक दृष्टिबाधित छात्र के लिए व्यक्तिगत सुविधाओं की संभावना तलाश सकते हैं। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक प्रतिभाशाली छात्र संस्थान में शामिल हों और हम उन्हें आगे बढ़ने के लिए हर संभव मदद सुनिश्चित करते हैं।” कहा प्रोफेसर देवांग खाखर, आईआईटी बॉम्बे के निदेशक.
उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित गणमान्य लोग थे प्रो. प्रसन्ना मुजुमदार, उप निदेशक, प्रो. सौम्यो मुखर्जी, छात्र मामलों के डीन, प्रो. योगेश देसाई, प्रशासनिक मामलों के डीन, प्रो अविनाश महाजन, एसोसिएट डीन (शैक्षणिक कार्यक्रम), प्रो. डी. पार्थसारथी, एचएसएस विभाग के प्रमुख, प्रो. पी. रमादेवी, पुस्तकालय समिति के संयोजक एवं डॉ. रंजीत कुमार दास, सेंट्रल लाइब्रेरी के प्रभारी.
गौरतलब है कि विकलांगता अधिकार विधेयक-2014 पारित होने के बाद सरकार ने सभी स्कूल भवनों और सार्वजनिक स्थानों को विशेष रूप से विकलांग लोगों के लिए अनुकूल बनाने का आदेश दिया है। बुनियादी सुविधाओं के अलावा संस्थानों और अन्य संगठनों को विशेष रूप से सक्षम लोगों को प्रासंगिक सुविधाओं के साथ सशक्त बनाने के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।
इस आयोजन को देश के प्रिंट मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार दिया गया।